भोपाल। एक तरफ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रोज पेड़ लगा रहे हैं, तो दूसरी ओर राजधानी भोपाल के स्मार्ट सिटी में ही पेड़ों की हत्या की जा रही है। सीएम खुद यहां पेड़ लगते हैं, पर इनकी देखभाल कितनी और कैसे हो रही है, ये यहां के सूखते हुए पेड़ खुद बता रहे हैं। दो चार हजार या लाख भी नहीं, दो करोड़ खर्च करके लगाए गए पाम ट्री सूखने लगे हैं। तमाम अन्य पौधे भी वहां सूखने की कगार पर हैं जबकि उनमें पानी रोज डालने का दावा किया जाता है।
दो साल पहले दो करोड़ रुपए खर्च करके बुलेवर्ड स्ट्रीट और माता मंदिर पर पाम ट्री लगाए गए थे। लेकिन, अब ये पेड़ खराब हो गए हैं। जवाहर चौक से माता मंदिर तक इस सड़क पर सूखे हुए पाम ट्री देखे जा सकते हैं। स्टेट एन्वायर्नमेंट इंपेक्ट असेसमेंट अथॉरिटी (सिया) की शर्तों को दरकिनार कर ये पेड़ लगाए थे। इसमें भारी घोटाला भी होने की जानकारी मिलती रही है।
इन खराब पेड़ों की जगह पर नए सिरे से हरियाली की तैयारी हो रही है। बता दें कि स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के लिए टीटी नगर के 342 एकड़ में आम, जाम, नीम, पीपल समेत कई प्रजाति के 2000 से ज्यादा पेड़ काटे जा चुके हैं।
4000 और पेड़ों का भी काटा जाना तय है। इसकी जगह पर बुलवर्ड स्ट्रीट और माता मंदिर के सामने से गुजरने वाली सड़क पर दो साल पहले पाम ट्री लगाए गए थे। इनको लगाते समय ही पर्यावरणविदों ने आपत्ति जताई थी। पर्यावरणविदों का कहना है कि खूबसूरत दिखने वाले यह पेड़ भोपाल की जलवायु के अनुकूल नहीं है। यह ग्राउंड वाटर को सोखते हैं। इसलिए इन पेड़ों को समुद्र के किनारे लगाया जाता है। पर्यावरणविदों की बात कुछ दिनों में ही सही साबित हुई और पेड़ खराब होने लगे थे। अब स्थिति यह है कि यहां एक भी पेड़ नहीं बचा।
अब स्मार्ट सिटी कंपनी के अफसर कह रहे हैं कि बुलेवर्ड स्ट्रीटज पर बड़े पेड़ लगाना ट्रैफिक के लिहाज से उचित नहीं है। नए प्लान में सभी तथ्यों को ध्यान में रखा जाएगा। लेकिन जो घोटाला और बर्बादी हो चुकी है, उसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या अधिकारियों के खिलाफ जांच भी होगी या नहीं? क्या इसी तरह जनता का पैसा लुटाया जाता रहेगा?
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