कमलनाथ की अफसरों से हिसाब लेने की चेतावनी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह उनकी कुंठा बोल रही है। एक कुंठित व्यक्ति ही ऐसी भाषा बोल सकता है- देख लूंगा, निपटा दूंगा, पीस दूंगा। CM ने आज भोपाल में पौधा लगाने के बाद पूर्व CM कमलनाथ को बुजुर्ग नेता बताते हुए कहा, भाषा का संयम रखें।
कमलनाथ ने शनिवार को निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर में कहा था, 8 महीने में चुनाव है। अधिकारियों और पुलिस को कह दीजिएगा कि 8 महीने में हम आपसे हिसाब लेंगे। सभी कर्मचारी और पुलिस के लोग कान खोलकर सुन लें कि उनका अच्छा हिसाब लिया जाएगा।
ये कोई सीनियर नेता बोलता है क्या? CM शिवराज
CM शिवराज भोपाल से सिंगरौली रवाना होने के पहले स्मार्ट पार्क में पौधा लगाने पहुंचे। कमलनाथ के बयान पर कहा- मुझे लगता है कि कभी वे खुद को भावी मुख्यमंत्री बताते हैं। कभी भविष्य वक्ता बताते हैं, कभी पंचांग पढ़ने लगते हैं। एक कुंठित व्यक्ति ही ऐसी भाषा बोल सकता है- देख लूंगा, निपटा दूंगा, पीस दूंगा। कमलनाथ जी, आप बुजुर्ग नेता हैं। कम से कम संयम का परिचय दीजिए। गली में खड़ा कोई कार्यकर्ता ऐसी भाषा बोल दे, तो ठीक लगता है, लेकिन मैं देख लूंगा, निपटा दूंगा, ये कोई सीनियर नेता बोलता है क्या?
कांग्रेस के वचन पत्र पर
काठ की हांडी एक बार चढ़ती है
उनका (कांग्रेस) वचन पत्र ढोंग पत्र है। आजकल वे (कमलनाथ) रोज एक ट्वीट कर देते हैं। कर्जा माफ, सबको रोजगार...। उन्होंने अपने वचन पत्र के वादे पूरे नहीं किए और अब ढोंग कर रहे हैं। सपने दिखा रहे हैं। सपनों के लिए कौन-क्या लिख सकता है, लिख दो। करना तो कुछ है नहीं, लेकिन काठ की हांडी एक बार चढ़ती है बार-बार नहीं चढ़ती।
उमा जी मेरी बहन, उनसे परामर्श जारी रहता है
उमा भारती से शनिवार को हुई मुलाकात पर मुख्यमंत्री ने कहा- उमा जी मेरी बहन हैं। सम्मानित नेता हैं। सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनसे चर्चा और परामर्श निरंतर जारी रहता है। कल मैंने सीहोर में ये ऐलान किया था कि कर्मचारियों का 4 प्रतिशत डीए (महंगाई भत्ता) बढ़ाया जाएगा। सीहोर में शिक्षकों ने स्मार्ट क्लास बनाकर शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा काम किया है.
ये वही CM, जिन्होंने कलेक्टर तक को स्टेज से अपमानित किया -पीसी शर्मा
मुख्यमंत्री के कमलनाथ को बुजुर्ग नेता बताने पर कांग्रेस के सीनियर लीडर पीसी शर्मा ने कहा, जिनके घर शीशे के हों, दूसरों के घर पत्थर नहीं उछाला करते। ये वही मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अधिकारी, कर्मचारियों और कलेक्टर तक को स्टेज से अपमानित कर सस्पेंड करने की बात कही है। कमलनाथ, मुख्यमंत्री को सिर्फ इतना याद दिला रहे हैं कि टीकमगढ़ में आपने जिन बच्चियों को प्लॉट के पट्टे दिए, पैर पखारे, आपके प्रशासन ने उनके मकान तोड़ दिए। ये तो अन्याय है। न्याय के पक्ष में कमलनाथ हमेशा बोलते हैं, बोलते रहेंगे। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मध्यप्रदेश में 174 से ज्यादा सीट आएंगी। इसके बाद आपकी खरीद-फरोख्त पर भी बैन लग जाएगा।
Post a Comment