चंडीगढ़। हरियाणा के चर्चित आईएएस अधिकारी अशोक खेमका कई बार अपने ट्रांसफर को लेकर चर्चा में रहते हैं. कुछ दिनों पहले ही उनका एक बार फिर से तबादला कर दिया गया. इस बीच आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने हरियाणा सतर्कता विभाग (विजिलेंस) में नियुक्ति की मांगी है। सवाल उठ रहा है क्या खट्टर सरकार उनकी ये मुराद पूरी कर पाएगी?
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को उन्होंने 23 जनवरी को चिट्ठी लिखकर यह इच्छा जताई है. अशोक खेमका ने कहा है कि वह अपने इस कार्यकाल में भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर देंगे और काम का एकतरफा बंटवारा जनहित में नहीं होता।
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर को लिखे पत्र में अशोक खेमका ने कहा है, "हर जगह करप्शन है, जब भी मैं इसको देखता हूं तो मुझे दुख होता है. कैंसर को जड़ से खत्म करने के उत्साह में मैंने अपने करियर का त्याग कर दिया है. कथित सरकारी नीति के अनुसार भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किए बिना, एक नागरिक का अपनी वास्तविक क्षमता हासिल करने का सपना कभी भी साकार नहीं हो सकता है. वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हमेशा सबसे आगे रहे हैं और भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए सतर्कता सरकार का मुख्य अंग है।
गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने 9 जनवरी को अशोक खेमका का तबादला कर अभिलेखागार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है. अशोक खेमका का उनके 31 साल के करियर में ये 55वां तबादला है. 1991 बैच के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का ट्रांसफर मुख्य सचिव सर्वेश कौशल को पत्र लिखने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के उच्च शिक्षा विभाग में विलय के बाद उनके पास पर्याप्त काम नहीं है. पत्र में उन्होंने संकेत दिया था कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में काम का बोझ 'प्रति सप्ताह दो-तीन घंटे से अधिक नहीं' था।
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