छतरपुर// मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बिजावर मोनिया महोत्सव कार्यक्रम पर प्रशासन को काफी मसक्कत करनी पड़ी, प्रशासन ने सामाजिक कार्यकर्ता व आप नेता अमित भटनागर सहित आधा सैकड़ा आप कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार व नजरबंद किया। आप नेता अमित भटनागर ने स्थानीय समस्याओं को लेकर सीमित कार्यकर्ताओं के साथ आम आदमी पार्टी के तत्वाधान में ज्ञापन की घोषणा की थी व प्रशासन को अवगत कराया था, इसके बाद प्रशासन सकते में आ गया, पहले तो अमित भटनागर को ज्ञापन ना देने का दबाव बनाता रहा लेकिन जब वह नहीं माने तो सुबह से ही उनके घर को छावनी बना कर उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया और उनको गुलगंज थाने भेज दिया गया, उनके समर्थक राहुल अहिरवार को अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया। अमित भटनागर के गिरफ्तारी की खबर लगते ही आम आदमी पार्टी के नगर पंचायत बिजाबर वार्ड नं 01 पार्षद रामपाल शर्मा, वार्ड नं 09 पार्षद दिव्या अहिरवार, बहादुर आदिवासी, केश कुमार राजपूत, भगत राम तिवारी, हिसाबी राजपूत, रोहित अहिरवार, देवीदीन कुशवाहा सहित आधा सैकड़ा कार्यकर्ताओं ने नगर की साफ सफाई आदि समस्याओं सम्बंधी ज्ञापन सौंप अपने नेता की गिरफ्तारी का विरोध कर सरकार के इस कदम को तानाशाही बताते हुए बिजावर बस स्टैंड में प्रदर्शन करना शुरू कर दिया प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने अवैध शराब और सरकारी कार्यालयो में खुले आम घूसखोरी के खिलाफ नारेबाजी भी की,इस दौरान आप कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कई बार तीखी झड़प भी हुई इसके बाद आप कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर बिजावर थाने में भेज दिया गया है। खबर लिखे जाने तक अभी उनकी रिहाई नहीं हुई। इसके साथ ही प्रशासन ने आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को उनके ही गांव में ही नजरबंद कर रखा। आप नेता अमित भटनागर ने भाजपा की शिवराज सरकार को तानाशाह और जन विरोधी बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खुला पत्र लिखते हुए पूछा है कि क्या आप की सरकार में शांतिपूर्ण तरीके से जन समस्याओं से संबंधित ज्ञापन देना अपराध की श्रेणी में आता है? साथ ही अमित भटनागर का कहना है कि उन्होंने पहले ही प्रशासन को अवगत करा दिया था कि ज्ञापन सीमित कार्यकर्ताओं के साथ बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से सौपा जाएगा, उसके बाबजूत जिस तरह से सुवह से उनके घर को छावनी बना गिरफ्तार किया गया उससे बिजावर क्षेत्र में विधायक व भाजपा के नेताओं के संरक्षण में चल रहे दारू व बालू के अवैध व्यापार व ऊपर तक हिस्सा जाता है ऐसा कह कर सरकारी कार्यालयो में जो खुलेआम खूस खोरी हो रही उसके तार कहीं न कहीं मुख्यमंत्री से जुड़े होने का अंदेशा होता है। साथ ही अमित का कहना है कि उनके द्वारा केंद्र बेतवा लिंक परियोजना में स्थानीय प्रशासन द्वारा लिंक प्रभावितों के संवैधानिक अधिकारों के हनन की बात ज्ञापन में कही थी। अमित भटनागर ने खुले पत्र के माध्यम से सरकार से पुलिस के दुरुपयोग को रोकने का सुझाव देते हुए कहा कि वे मौत से नहीं डरते, इस तरह की कायराना हरकतों से उनका दारू, बालू माफियाओं और घोसखोरों को संरक्षण देने वाली सरकार से संघर्ष का संकल्प और मजबूत हुआ है।
*गुलगंज थाने पर आप का प्रदर्शन* :-
आप नेता अमित भटनागर के गुलगंज थाने में गिरफ्तार होने की सूचना जैसे ही आम आदमी पार्टी के छतरपुर जिला अध्यक्ष ब्रजकिशोर पटेरिया को लगी तो आधा सैकड़ा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ गुलगंज थाने पहुंच गए व गुलगंज थाने का घेराव कर धरने पर बैठ गए है।
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