
बता दें कि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के दोनों सांसदों और 7 अन्य लोगों पर गंभीर आरोप हैं। आरोप है कि इन सभी ने मिलकर एटीसी के अधिकारियों पर दबाव बनाया कि वो उनके चाटर्ड फ्लाइट को देवघर से उड़ने की इजाजत दे, जबकि यह फ्लाइट 31 अगस्त को उड़ने वाली थी। दोनों भाजपा नेता झारखंड के दुमका में जिंदा जलाई गई नाबालिग लड़की के परिजनों से मिलने के बाद दिल्ली जाना चाहते थे। दुमका में लड़की को जिंदा इसलिए जलाया गया था क्योंकि उसने शाहरुख नाम के एक युवक से मोबाइल पर बातचीत करने से इनकार कर दिया था।
सुरक्षा नियमों को तोड़ा
दुबे, उनके दोनों बेटों, सांसद मनोज तिवारी समेत अन्य लोगों के खिलाफ देवघर एयरपोर्ट के निदेशक संदीप ढिंगरा ने शिकायत दर्ज कराई थी। यह शिकायत 1 सितंबर को कुंडा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई थी। शिकायत में आरोप है कि सभी 9 लोगों ने एटीसी रुम में घुस कर सुरक्षा नियमों को तोड़ा और जबरन विमान ले जाने की अनुमति हासिल fकी।
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