गहलोत अध्यक्ष बने तो CM की कुर्सी छोड़ेंगे.....राहुल बोले- एक व्यक्ति एक पद का नियम लागू होगा


हालांकि, गहलोत ने आज सुबह ही कह दिया था कि अध्यक्ष का पद एक व्यक्ति-एक पद के दायरे में नहीं आता, लेकिन इतिहास में कोई कांग्रेस अध्यक्ष मुख्यमंत्री नहीं रहा, इसलिए फैसला करना पड़ेगा।

राहुल ने अध्यक्ष पद के दावेदारों को भी सलाह दी

कोच्चि में राहुल गांधी से जब कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उनकी भूमिका पर सवाल किया गया तो वे बोले- मेरा जवाब वही है, जो पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में था।
कोच्चि में राहुल गांधी से जब कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उनकी भूमिका पर सवाल किया गया तो वे बोले- मेरा जवाब वही है, जो पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में था।

राहुल ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है, यह एक वैचारिक पद और एक विश्वास प्रणाली है। जो कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनते हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि वे एक ऐतिहासिक स्थान ले रहे हैं। एक ऐसा स्थान जो भारत के एक विशेष दृष्टिकोण को परिभाषित करती है। होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष को विचारों के एक समूह, एक विश्वास प्रणाली और भारत के एक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करना होगा।

पायलट के सवाल पर गहलोत बोले- ये नाजुक फैसला

गहलोत ने एक नेशनल टीवी चैनल से बातचीत में पद छोड़ने के संकेत दिए हैं। गहलोत ने कहा, 'राहुल गांधी नहीं माने तो फार्म भरना होगा। मेरे बारे में भावना बन गई है इसलिए उसका सम्मान करते हुए मैं फॉर्म भरूंगा।'

पायलट को CM बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो हालत राजस्थान के अंदर हैं, हाईकमान उसकी स्टडी करेगा और देखेगा कि विधायकों की क्या भावना है। यह ध्यान रखना होगा कि हम अगला चुनाव जीतें क्योंकि अब कांग्रेस के पास बड़ा राज्य राजस्थान ही है। हमारे लिए यह फैसला बहुत नाजुक फैसला भी होगा और बहुत सोच समझकर लेना पडे़गा।

दो पद अध्यक्ष को जस्टिफाई नहीं कर सकते

गहलोत ने कहा कि आज तक इतिहास में कोई कांग्रेस अध्यक्ष साथ में मुख्यमंत्री नहीं रहा है, इसलिए स्वाभाविक है कि जो प्रश्न उठते हैं, उसी आधार पर हम लोग भी फैसला करेंगे।

गहलोत ने कहा कि मुख्य विपक्षी की भूमिका में कांग्रेस को रिवाइल करने का काम करना है, फिर आप दो पद कैसे रख सकते हैं। अब सवाल आता है कि एक व्यक्ति-एक पद लागू नहीं होता, फिर भी अध्यक्ष बनने वाले को सोचना होगा कि वह दो पद कैसे रखेगा, वह अध्यक्ष पद को जस्टिफाई नहीं कर पाएगा।

पायलट के नाम पर ऐतराज होने के सवाल पर गहलोत ने कहा- 'मैं किसी के नाम की न चर्चा करता हूं और न कर रहा हूं। हमें यह देखना है कि कौन आए, जिससे मैसेज जाए कि पार्टी एकजुट है और हम किसी भी कीमत पर सरकार रिपीट करें। इससे अन्य राज्यों में भी पार्टी का रिवाइवल हो। यह बहुत बड़ा फैसला होगा और यह सोच समझकर लेना पड़ेगा।'

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