प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार यहां के बुजुर्ग नेता हैं. वो कुछ बोलना चाहते हैं तो उनको बोलने दीजिए. व्यक्तिगत टीका टिप्पणी करना ठीक नहीं है. अगर उन्होंने कुछ कहा है तो वो उनकी सोच है. कौन बीजेपी के साथ काम कर रहा है? जहां तक मैं और आपलोग (मीडिया) जानते हैं अभी एक महीना पहले तक नीतीश कुमार बीजेपी के साथ ही थे. नीतीश कुमार अगर किसी को इस तरह का सर्टिफिकेट दे रहे हैं तो ये हास्यास्पद है.