सिंधिया खेमे के मंत्री ब्यूरोक्रेट्स से नाराज: मंत्री सिसोदिया ने चीफ सेक्रेटरी को बताया निरंकुश, मंत्री बृजेन्द्र ने नियुक्ति पर जताई आपत्ति, कलेक्टर-एसपी पर मनमानी का आरोप.

 मध्यप्रदेश में ब्यूरोक्रेट्स मंत्रियों के निशाने पर हैं. सिंधिया खेमे के दो मंत्री प्रशासनिक अफसरों से नाराज चल रहे हैं. मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया और मंत्री बृजेन्द्र यादव ने अपने ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने चीफ सेक्रेटरी पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि वो निरंकुश होते जा रहे हैं. मंत्री ब्रजेन्द्र यादव ने नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं. अधिकारियों पर मनमानी का आरोप लगाया है.

गुना में शुक्रवार देर शाम पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा- सीएम अच्छे हैं, लेकिन मुख्य सचिव बैंस जैसे अधिकारी के बारे में मेरे पास शब्द नहीं हैं। इतना निरंकुश प्रशासक और पूरा निरंकुश प्रशासन। इस निरंकुशता का आधार मुख्य सचिव हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी नाराजगी मुख्य सचिव को लेकर है और हर उस व्यक्ति के साथ है जो हमारी पार्टी और संगठन के साथ काम नहीं करता। जो डुप्लीकेसी के साथ काम करते हैं, वो ही मेरे सबसे बड़े शत्रु हैं। सिसोदिया यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि ऐसे सीएस हैं जो मंत्रियों के फोन तक नहीं उठाते।

पंचायत मंत्री के दो बड़े आरोप

  • पुलिस में हुए ट्रांसफर पर सिसोदिया ने कहा कि यह पुलिस प्रशासन का अधिकार है कि वो ट्रांसफर कर सकता है, लेकिन एसपी को चाहिए कि जनप्रतिनिधि के नाते बताए। ट्रांसफर कर दिए, जब फाइल मांगी तो वह भी नहीं भेजी गई। मेरी जानकारी में जो नाम लाए गए थे, मैंने उन पर सहमति नहीं दी। नाराजगी के साथ कलेक्टर को 29 अगस्त को पत्र लिखा, जिस पर आज तक जवाब नहीं बताया गया। नीति के तहत एसपी का ये दायित्व बनता है कि जनप्रतिनिधि जिससे सहमत नहीं था, अप्रूवल नहीं करें।
  • गुना के मकसूदनगढ़ में गुरुवार को एक शपथ ग्रहण कार्यक्रम था। वहां गया तो प्रोटोकॉल अधिकारी ताम्रकार नहीं थे। इस पर नोटिस दिया और कलेक्टर को भेजा, इस पर भी कोई जवाब नहीं मिला। यह निरंकुशता ही है।
  • मंत्री बृजेन्द्र यादव ने सहकारिता संस्था में नियुक्ति पर जताई अपत्ति

    वहीं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री बृजेन्द्र यादव ने सहकारिता संस्था में नियुक्ति पर आपत्ति जताई है. कार्रवाई और जांच की मांग को लेकर सहकारी आयुक्त को पत्र लिखा. उप अंकेक्षण अभिषेक जैन पर कार्रवाई की मांग की है. किसी डिप्टी कलेक्टर स्तर के अफसरों से जांच की जाए. इससे पहले भी अशोकनगर कलेक्टर को पत्र लिखा गया था.

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