भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज सरकार का पोषण आहार घोटाला अभी सामने आया है। सीएजी की रिपोर्ट से पता चलता है कि किस प्रकार भ्रष्टाचार किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज जी के खुद के पास यह विभाग है, जब यह घोटाला सामने आया है तो उनको खुद नैतिकता के नाते इस्तीफा देना चाहिये। उन्होंने पूछा है कि पोषण घोटाले को लेकर एफआईआर क्यों नहीं कराई गई?
पीसीसी में मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में आज हर वर्ग परेशान है। खाद की बात हो बीज की बात हो, जहां देखो वहां शिवराज सरकार में भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी हुई है। पंचायत से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी हुई है। मेरे पास इनके भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ रहे हैं, उन्हें हम समय-समय पर उजागर करेंगे। उन्होंने कहा- ऐसा लग रहा है कि शिवराज सरकार में अगले 12 महीने घोटालों के रहेंगे। अगला साल ईयर ऑफ घोटाला रहेगा। पिछले 18 वर्ष से इन्होंने घोटालो का सिस्टम बनाया हुआ है, उसकी पोल आज खुल रही है, इसका रोज खुलासा हो रहा है। हम आरोप पत्र, वचन पत्र तैयार कर रहे हैं, इसको हम समय पर जारी करेंगे। पोषण आहार घोटाले पर हम जनता का ध्यान आकर्षित करेंगे , सरकार इनकी है ,इनको एक्शन लेना चाहिए। हम विधानसभा के आगामी सत्र में भी इस मामले को जोर-शोर से उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे। इस घोटाले के सामने आने के दूसरे दिन ही इस पर शिवराज जी को जवाब देना था, एफ़आईआर दर्ज होना चाहिये थी लेकिन कुछ नहीं हुआ।
पहले किसानों को खाद-बीज के लिए भटकना नहीं पड़ता था , आज किसान खाद-बीज के लिए भटक रहा है , पिछले 2 साल से यह स्थिति है , किसान इस सच्चाई को देख रहा है। सरकार कितना भी पुलिस, प्रशासन, पैसे का दुरुपयोग कर ले, जनता इनकी हकीकत देख रही हैं। किसान पहले भी लहसुन, प्याज बोते थे लेकिन ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं होती थी, सरकार इस पर जवाब क्यों नहीं देती? उन्होंने कहा कि 46 नगर परिषद के चुनाव को लेकर हमारी पूरी तैयारी है। सर्वे को लेकर झूठी खबरें उड़ाई जा रही है, हमने कोई सर्वे अभी नहीं किया है , इतने समय पहले सर्वे नहीं होता है, सिर्फ गुमराह करने के लिए इस बात को हवा दी जा रही है। भाजपा आज खाद-बीज पर बात नहीं करती , यह भ्रष्टाचार ,घोटालों पर बात नहीं करते ,यह तो गुमराह करने वाले मुद्दों पर बात करते हैं।
पीसीसी में मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में आज हर वर्ग परेशान है। खाद की बात हो बीज की बात हो, जहां देखो वहां शिवराज सरकार में भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी हुई है। पंचायत से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी हुई है। मेरे पास इनके भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ रहे हैं, उन्हें हम समय-समय पर उजागर करेंगे। उन्होंने कहा- ऐसा लग रहा है कि शिवराज सरकार में अगले 12 महीने घोटालों के रहेंगे। अगला साल ईयर ऑफ घोटाला रहेगा। पिछले 18 वर्ष से इन्होंने घोटालो का सिस्टम बनाया हुआ है, उसकी पोल आज खुल रही है, इसका रोज खुलासा हो रहा है। हम आरोप पत्र, वचन पत्र तैयार कर रहे हैं, इसको हम समय पर जारी करेंगे। पोषण आहार घोटाले पर हम जनता का ध्यान आकर्षित करेंगे , सरकार इनकी है ,इनको एक्शन लेना चाहिए। हम विधानसभा के आगामी सत्र में भी इस मामले को जोर-शोर से उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे। इस घोटाले के सामने आने के दूसरे दिन ही इस पर शिवराज जी को जवाब देना था, एफ़आईआर दर्ज होना चाहिये थी लेकिन कुछ नहीं हुआ।
पहले किसानों को खाद-बीज के लिए भटकना नहीं पड़ता था , आज किसान खाद-बीज के लिए भटक रहा है , पिछले 2 साल से यह स्थिति है , किसान इस सच्चाई को देख रहा है। सरकार कितना भी पुलिस, प्रशासन, पैसे का दुरुपयोग कर ले, जनता इनकी हकीकत देख रही हैं। किसान पहले भी लहसुन, प्याज बोते थे लेकिन ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं होती थी, सरकार इस पर जवाब क्यों नहीं देती? उन्होंने कहा कि 46 नगर परिषद के चुनाव को लेकर हमारी पूरी तैयारी है। सर्वे को लेकर झूठी खबरें उड़ाई जा रही है, हमने कोई सर्वे अभी नहीं किया है , इतने समय पहले सर्वे नहीं होता है, सिर्फ गुमराह करने के लिए इस बात को हवा दी जा रही है। भाजपा आज खाद-बीज पर बात नहीं करती , यह भ्रष्टाचार ,घोटालों पर बात नहीं करते ,यह तो गुमराह करने वाले मुद्दों पर बात करते हैं।
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