भोपाल। जहाँ एक दोपहिया वाहन तक को बिना बीमे के चलाने पर चालान बैन जाता है, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस समय बिना बीमा वाले हेलिकॉप्टर से उड़ रहे हैं। ये ना केवल लापरवाही का उदाहरण माना जा रहा है, अपितु ख़तरनाक भी कहा जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ यादव इस हेलिकॉप्टर से प्रदेश की राजधानी के अलावा अलग-अलग जिलों में पहुंच रहे हैं। फ्रांस की कंपनी से खरीदे गए हेलिकॉप्टर के बीमा के लिए सरकार ने बीमा कंपनियों से 70 करोड़ रुपए के ऑफर मांगे थे, लेकिन कोई कंपनी आगे नहीं आई।
विमानन विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार शुक्ल ने कहा कि उन्हें हेलिकॉप्टर के बीमा खत्म होने की जानकारी नहीं है। इस मामले में विमानन विभाग के कमिश्नर चंद्रमौली शुक्ला ही अधिक स्पष्ट जानकारी दे सकते हैं।
बीमा न होने के बावजूद उड़ानें जारी
बताया जाता है कि 18 अक्टूबर से इस हेलिकॉप्टर का बीमा समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद सीएम, मंत्री और अधिकारियों की टीम इसमें दौरे कर रही है। अब 14 नवंबर को विमानन विभाग ने 27 नवंबर तक बीमा के लिए नया टेंडर जारी किया है।
2011 में सरकार ने खरीदा था हेलिकॉप्टर
हेलिकॉप्टर EC 155 B1 में दो इंजन हैं। इसका रजिस्ट्रेशन मार्क VD-MPR है और इसे 2011 में एयरबस हेलिकॉप्टर्स, फ्रांस से खरीदा गया था। इसमें 2 चालक दल और 6 यात्री बैठ सकते हैं। इसका वजन 4,690 किलोग्राम है और अधिकतम गति 324 किमी प्रति घंटे तक है।
बीमा कंपनियों के सामने रखी गई शर्तें
हेलिकॉप्टर का बीमा कराने के लिए सरकार ने कंपनियों के समक्ष शर्त रखी है कि किसी भी दुर्घटना, हाईजैक या आतंकी हमले की स्थिति में नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करेगी। बीमा में फिजिकल लॉस या डैमेज, उड़ान, ऑपरेशन, टैक्सी सेवा या ग्राउंड कवरेज शामिल होंगे।
थर्ड पार्टी लायबिलिटी के अंतर्गत हेलिकॉप्टर की प्रॉपर्टी, पैसेंजर और क्रू लीगल लायबिलिटी बीमा में शामिल होगी। प्रस्तावित मूल्य दो करोड़ रुपए तय किया गया है। वर्तमान बीमा में हल ऑल रिस्क, हल वार रिस्क, थर्ड पार्टी, पैसेंजर और क्रू लायबिलिटी DGCA नियमों के अनुसार शामिल हैं।
2021 में हुई थी दुर्घटना
कोरोना काल में 6 मई 2021 को राज्य सरकार का प्लेन बिना बीमा के डैमेज हो गया था। यह विमान गुजरात से रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर ग्वालियर आ रहा था। लैंडिंग के दौरान रनवे से करीब 300 फीट पहले लगे अरेस्टर बैरियर से टकराने के कारण विमान क्षतिग्रस्त हो गया।
विमान का कॉकपिट और प्रोपेलर ब्लेड क्षतिग्रस्त हुए। यह दो इंजन वाला किंग एयर बी-250 (टर्बोप्रॉप) विमान था, जिसमें 9 यात्री और 2 पायलट बैठ सकते थे। मई 2021 तक इस विमान ने 210 घंटे 2 मिनट की उड़ानें पूरी की थीं।
कांग्रेस उठा चुकी है जेट विमान खरीदी पर सवाल
उधर, मोहन यादव सरकार द्वारा चैलेंजर 3500 जेट विमान की खरीदी को एक साल पहले मंजूरी दी जा चुकी है। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सलाहकार रहे केके मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2021 में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान का बीमा नहीं होने पर सवाल उठाए थे।
