IAS नागार्जुन गौड़ा… डॉक्टरी छोड बने IAS, अब 51 करोड़ घोटाले का आरोप, पत्नी भी हैं आईएएस

भोपाल. मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा इन दिनों विवादों में हैं. उन पर एक सड़क निर्माण कंपनी को करोड़ों रुपये का फायदा पहुंचाने का आरोप है. आरोप है कि उन्होंने कंपनी पर लगे 51 करोड़ रुपये के जुर्माने को घटाकर 4,032 रुपये में घटा दिया. हालांकि उन्होंने इसे गलतफहमी बताते हुए आरोप से इनकार किया है.

नागार्जुन गौड़ा 2019 बैच के प्रशासनिक अधिकारी हैं. उन्हें मूलत: मणिपुर कैडर मिला था. लेकिन फिर आईएएस अधिकारी सृष्टि जयंत देशमुख से शादी करने के बाद मध्य प्रदेश कैडर में ट्रांसफर ले लिया.

डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा कर्नाटक के रहने वाले हैंद्ध उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा 2018 में ऑल इंडिया 418वीं रैंक हासिल की थी. आईएएस अधिकारी सृष्टि जयंत देशमुख भी आईएएस हैं. उनकी AIR 5 रैंक थी. दोनों ने अप्रैल 2022 में शादी की थी. दोनों की मुलाकात UPSC पास करने के बाद मसूरी में ट्रेनिंग के दौरान हुई थी.अब सितंबर 2025 में इस IAS कपल की एक ही शहर में तैनाती हो गई है.सृष्टि देशमुख का तबादला अब खंडवा हुआ है जबकि नागार्जुन पहले से ही खंडवा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद पर कार्यरत हैं.

नागार्जुन गौड़ा ने किया है एमबीबीएस
डॉ. नागार्जुन गौड़ा की शिक्षा और करियर की यात्रा प्रेरणादायक मानी जाती है. एक तरफ़ वे मेडिकल क्षेत्र में डॉक्टर थे, वहीं दूसरी तरफ़ उन्होंने प्रशासनिक सेवा में खुद को साबित किया. नागार्जुन गौड़ा ने एमबीबीएस किया हैं. उन्होंने यूपीएससी की तैयारी डॉक्टर की जॉब करते हुए की. नागार्जुन और उनकी पत्नी सृष्टि ने मिलकर यूपीएससी की तैयारी के लिए एथिक्स की किताब भी लिखी है.

Sanjay Saxena

BSc. बायोलॉजी और समाजशास्त्र से एमए, 1985 से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय , मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के दैनिक अखबारों में रिपोर्टर और संपादक के रूप में कार्य कर रहे हैं। आरटीआई, पर्यावरण, आर्थिक सामाजिक, स्वास्थ्य, योग, जैसे विषयों पर लेखन। राजनीतिक समाचार और राजनीतिक विश्लेषण , समीक्षा, चुनाव विश्लेषण, पॉलिटिकल कंसल्टेंसी में विशेषज्ञता। समाज सेवा में रुचि। लोकहित की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाना और उस जानकारी को समाचार के रूप प्रस्तुत करना। वर्तमान में डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े। राजनीतिक सूचनाओं में रुचि और संदर्भ रखने के सतत प्रयास।

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