Fraud: 3,800 करोड़ की बैंक धोखाधड़ी, इंफ्रा कंपनी के पूर्व CMD पर CBI की छापेमारी
Mumbai। बैंकों के कंसोर्टियम से 3847.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में यूनिटी इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड (Unity Infraprojects Ltd), उसके तत्कालीन सीएमडी किशोर कृष्णराव अवरसेकर और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई ने मुंबई में चार स्थानों पर तलाशी ली है. पीटीआई के अनुसार अधिकारियों ने 18 सितंबर इसकी जानकारी दी है।
सीबीआई ने कंसोर्टियम के सदस्यों में से एक एसबीआई की शिकायत पर कार्रवाई की, जिसमें आरोप लगाया गया कि धोखाधड़ी मुंबई में कमर्शियल ब्रांच में हुई, जहां आरोपी व्यक्तियों ने फर्जी ट्रांजैक्शन करके, बुक्स ऑफ अकाउंट में हेराफेरी करके बैंक के फंड्स की हेराफेरी की. कहा गया है कि इसका उद्देश्य बैंक को धोखा देकर गैरकानूनी लाभ प्राप्त करना था”.
23 लैंडर्स से 3,800 करोड़ रुपये लिए
अधिकारियों ने कहा कि हाल ही में आरोपियों के परिसरों पर तलाशी ली गई थी. 44 साल पुरानी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी का खाता, जिसने व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट गारंटी के अलावा चल और अचल संपत्ति के बदले 23 लैंडर्स से 3,800 करोड़ रुपये लिए थे, 24 जून 2014 को नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) बन गया. पांच साल बाद में फोरेंसिक ऑडिट में अनियमितताएं सामने आने के बाद इसे फ्रॉड घोषित कर दिया गया।
बैंक ने आरोप लगाया कि धोखाधड़ी बीडीओ इंडिया एलएलपी द्वारा किए गए फोरेंसिक ऑडिट में सामने आई, जिसने 25 सितंबर, 2019 को अपनी रिपोर्ट सौंपी. रिपोर्ट में फर्जी ट्रांजैक्सन, डेटा में हेराफेरी करके बैंक को धोखा देने के लिए फर्जी अकाउंटिंग एंट्रीज सामने आई.